मध्य पूर्व में ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव ने वैश्विक स्तर पर चिंता पैदा कर दी है, और इसी के साथ रक्षा स्टॉक्स ने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है। इस लेख में, हम उन चार प्रमुख भारतीय रक्षा कंपनियों पर नज़र डालेंगे, जो इस संघर्ष से बड़े लाभान्वित हो सकती हैं और जिनका प्रदर्शन आने वाले समय में बढ़ सकता है।
भारत की मध्य पूर्व नीति इस समय अंतरराष्ट्रीय मंच पर चर्चा का विषय बनी हुई है, खासकर जब से भारत ने इजराइल को हथियारों की आपूर्ति की है। इससे अरब देशों और ईरान के साथ भारत के संबंधों पर असर पड़ सकता है। हालांकि, रक्षा क्षेत्र में बढ़ती मांग के चलते कई भारतीय कंपनियों को इस संकट से फायदा होने की संभावना है।
1. प्रीमियर एक्सप्लोसिव्स: रक्षा और युद्ध सामग्री में अग्रणी
प्रीमियर एक्सप्लोसिव्स एक ऐसी भारतीय कंपनी है जो रॉकेट मोटर्स और वॉरहेड्स का उत्पादन करती है। यह कंपनी इस समय भारतीय रक्षा क्षेत्र में एकमात्र कंपनी है जो पूरी तरह से असेंबल्ड रॉकेट मोटर्स का निर्यात करती है।
प्रीमियर एक्सप्लोसिव्स की ऑर्डर बुक फिलहाल ₹8.9 बिलियन है, जिसमें से 85% ऑर्डर सीधे रक्षा क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। इसके उत्पादों की मांग में बढ़ोतरी की संभावना है, खासकर इजराइल जैसे देशों से जो इस युद्ध में सैन्य उपकरणों की आपूर्ति पर निर्भर हैं।
2. सोलर इंडस्ट्रीज: अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार
सोलर इंडस्ट्रीज भारत की प्रमुख कंपनियों में से एक है, जो रक्षा क्षेत्र के लिए विस्फोटक सामग्री और उससे जुड़े उत्पाद बनाती है। इस कंपनी ने हाल ही में ₹4.5 बिलियन के रक्षा उत्पादों के निर्यात ऑर्डर हासिल किए हैं, जिससे इसकी ऑर्डर बुक ₹36.5 बिलियन तक पहुंच गई है।
कंपनी ने हाल ही में प्रोब्लास्ट (दक्षिण अफ्रीका) में 73.9% हिस्सेदारी खरीदी है, जो इसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में और भी विस्तार करने में मदद करेगा।
3. डेटा पैटर्न्स (इंडिया) लिमिटेड: रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स में उभरता सितारा
डेटा पैटर्न्स भारतीय रक्षा और एयरोस्पेस इलेक्ट्रॉनिक्स में तेजी से बढ़ने वाली कंपनियों में से एक है। कंपनी रडार सिस्टम्स, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर प्रोडक्ट्स, और फ्लाइट कंट्रोल टेक्नोलॉजीज में विशेषज्ञता रखती है।
हाल ही में कंपनी ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) से कई बड़े प्रोजेक्ट्स हासिल किए हैं। FY24 में, कंपनी का राजस्व ₹5.6 बिलियन तक पहुंच गया और इसकी ऑर्डर बुक ₹11.4 बिलियन है।
4. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL): आत्मनिर्भर भारत में अग्रणी
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) भारत की प्रमुख एयरोस्पेस और रक्षा कंपनियों में से एक है। FY24 में, कंपनी की ऑर्डर बुक ₹940 बिलियन तक पहुंच गई, और आने वाले समय में इसमें और वृद्धि की संभावना है।
कंपनी ने हाल ही में 240 Su-30MKI विमान इंजनों के निर्माण के लिए ₹260 बिलियन का ऑर्डर हासिल किया है, जिससे कंपनी के राजस्व में भारी वृद्धि होने की उम्मीद है।
निष्कर्ष: रक्षा स्टॉक्स का भविष्य
मध्य पूर्व के तनाव के बीच, भारतीय रक्षा स्टॉक्स में निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर दिखाई दे रहा है। प्रीमियर एक्सप्लोसिव्स, सोलर इंडस्ट्रीज, डेटा पैटर्न्स, और HAL जैसी कंपनियां आने वाले समय में भारी मुनाफा कमा सकती हैं। हालांकि, निवेशकों को राजनीतिक जोखिम और बाजार में उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए ही निवेश करना चाहिए।
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